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यूं ही नहीं फंसे मुक्केबाज विजेंद्र सिंह

vijendra singhबीजिंग ओलंपिक 2008 में भारत को कांस्य पदक दिलाने वाले भारतीय मुक्केबाज विजेन्द्र सिंह हेरोइन तस्करी मामले में धीर-धीरे फंसते जा रहे हैं. पंजाब पुलिस ने रविवार को यह कहकर उनके सामने ताजा संकट पैदा कर दिया कि उन्होंने प्रवासी भारतीय अनूप सिंह कहलो सहित कथित मादक पदार्थ तस्करों से हेरोइन प्राप्त करने के बाद उसका 12 बार सेवन किया. पंजाब पुलिस की इस छानबीन से बॉक्सर विजेन्द्र सिंह की परेशानियां और बढ़ सकती है.


कुछ इस तरह का होता है भारत का “अप्रैल फूल”


तस्कर से 80 बार फोन पर बात

पंजाब पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि विजेंद्र सिंह ने करीब 12 बार और राम सिंह (उनके सहयोगी) ने करीब पांच बार हेरोइन का सेवन किया. पुलिस के मुताबिक इन्होंने दिसम्बर 2012 से फरवरी 2013 के बीच कहलो उर्फ रूबी और उसके सहयोगी रॉकी से निजी इस्तेमाल के लिए हेरोइन ली थी. पंजाब पुलिस की ओर से हासिल किए गए कॉल रिकॉर्ड के अनुसार वे ड्रग्स डीलर अनूप सिंह कहलो से लगातार संपर्क में रहे हैं. जांच में पाया गया है कि उन्होंने कहलो से फोन पर 80 बार बात की थी. इससे यह पता चलता है कि वह कहलो को अच्छी तरह से जानते थे.


पुलिस का न्यायालय से सहयोग

इस जानकारी के बाद पुलिस अब विजेंद्र सिंह के खून व बालों का सैंपल लेने के लिए कोर्ट की मदद लेने की तैयारी कर रही है. इस संबंध में पुलिस कोर्ट में याचिका दायर करेगी जिसकी तैयारी की जा चुकी है. इस मामले में पुलिस को हरियाणा पुलिस से सहयोग की भी दरकार है.


क्या है मामला

गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पंजाब पुलिस ने चंडीगढ़ के बाहरी इलाके जीरकपुर में एक एनआरआई के मकान से 26 किलोग्राम हेरोइन बरामद की थी, जिसकी कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 130 करोड़ रुपए थी. मादक पदार्थ बरामदगी मामले में विजेंद्र का नाम तब सामने आया था जब उनकी पत्नी की कार एंडेवर गाड़ी जीरकपुर के शिवालिक विहार में तस्कर (कहलो) के आवास के बाहर पाई गई थी.

फतेहगढ़ पुलिस ने इस मामले में एनआरआई अनूप सिंह कहलो और उसके साथी कुलविंदर सिंह को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि दो मुक्केबाज विजेंदर सिंह और राम सिंह उसके ‘ग्राहक’ हैं और उससे मिलने आते रहते थे. पूछताछ के दौरान अनूप सिंह ने बताया कि विजेंदर और राम सिंह उसके ग्राहक थे और उसके वहां कई बार आ चुके हैं. हालांकि शुरुआती जांच में मुक्केबाज विजेंदर सिंह के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिले लेकिन उनके सहयोगी राम सिंह ने स्वीकार किया था कि उसने ‘मजे’ के लिए विजेंद्र के साथ कई अवसरों पर हेरोइन का सेवन किया था.


राम सिंह बर्खास्त

पिछले दिनों इस मामले में अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाज राम सिंह की भूमिका होने के बाद पंजाब पुलिस ने हेड कांस्टेबल के पद पर रहे मुक्केबाज राम सिंह सहित दो अन्य कमिर्यों को बर्खास्त कर दिया. अब पुलिस के इस नए खुलासे के बाद ऐसा माना जा रहा है कि मुक्केबाज विजेंद्र सिंह पर शिकंजा कसा जा सकता है.


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बॉक्सर.


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