टी-ट्वेंटी के आने के बाद जो लोग सोचते थे कि टेस्ट मैच से अब रोमांच खत्म हो गया है उन्हें भारत-इंग्लैण्ड टेस्ट सीरीज को जरूर देखना चाहिए. पहले उतार-चढ़ाव से भरपूर लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैण्ड ने बाजी मारी तो अब ट्रेंटब्रिज में वह सब हो रहा है जो एक मैच को रोमांचक बनाने के लिए जरूरी होता है. कड़ी प्रतिस्पर्द्धा, दमदार खेल और इन सबके बीच खिलाड़ियों की तू-तू मैं-मैं से मैदान ही नहीं कमेंट्री बॉक्स भी गरमा गया है. खेल अब मैदान तक नहीं बल्कि मैदान से आगे निकल कर कमेंट्री बॉक्स में भी जा घुसा है.
धोनी की दरियादिली, बेल को बुलाया वापस
ट्रेंटब्रिज टेस्ट के तीसरे दिन कुछ ऐसा हुआ जिसने भारतीय क्रिकेट टीम की खेल भावना की आलोचना करने वालों को करारा जवाब दिया. टीम इंडिया ने रविवार को उस समय एक बड़े विवाद को टाल दिया जब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने खेल भावना का परिचय देते हुए इंग्लैंड के इयान बेल के खिलाफ रन आउट की अपील वापस ले ली. बेल को नियमों के मुताबिक दूसरे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन चाय से पहले की अंतिम गेंद पर रन आउट दिया गया था.
दरअसल ट्रेंटब्रिज टेस्ट के तीसरे दिन बेल के साथी इयोन मोर्गन ने दूसरे सत्र की अंतिम गेंद लेग साइड पर खेली. बेहतरीन फील्डिंग करते हुए गेंद को प्रवीण कुमार ने सीमा रेखा से पहले ही रोक दिया और थ्रो धोनी को फेंका जिन्होंने थ्रो को पास करके मुकुंद को दिया और उन्होंने बेल को रन आउट कर दिया. लेकिन उस वक्त बेल और मोर्गन को लगा कि गेंद बाउंड्री लाइन छू चुकी है और वह दोनों पवेलियन की ओर चल पड़े. पर भारतीय टीम के रन आउट की अपील पर मैदानी अंपायरों ने तीसरे अंपायर से मदद मांगी, जिसमें बेल को आउट करार दिया गया जिससे बेल का नाखुश हो गए.
चायकाल के बाद जब भारतीय टीम उतरी तो दर्शकों के हूटिंग और “चिटर-चिटर” जैसे शब्दों से मैदान गूंजने लगा लेकिन क्षण भर में मैदान पर सन्नाटा पसर गया. यह नजारा इसलिए बदल गया क्यूंकि बेल दुबारा खेलने वापस आ गए थे.
भारतीय कप्तान ने बेल के खिलाफ अपनी अपील वापस ले उन्हें दुबारा खेलने का न्यौता दिया जिसकी सराहना कई खेल विशेषज्ञों ने की. रवि शास्री ने भारतीय क्रिकेट टीम और धोनी की सराहना करते हुए कहा कि धोनी ने एक विशेष कार्य किया है.
लक्ष्मण के बल्ले पर वैसलीन !
लक्ष्मण जैसे खिलाड़ी पर इस तरह का आरोप लगाना कि वह अपने बल्ले पर वैसलीन लगाकर खेल रहे हैं बहुत ही हास्यपद है. भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन वीवीएस लक्ष्मण पर यूडीआरएस में हाट स्पाट तकनीक से छेड़छाड़ करने के लिए बल्ले पर वैसलीन लगाने का आरोप लगा हैं. लेकिन इंग्लैण्ड के गेंदबाज ने अपनी तसल्ली के लिए लक्ष्मण का बल्ला तक चेक कर लिया और बल्ले को देखने के बाद उन्हें तसल्ली हुई. पर मैच के बाद इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वान ने ट्वीट किया, ‘क्या बल्ले पर लगी वैसलीन ने लक्ष्मण को बचा लिया.’ और ट्वीट ने भारतीय खिलाड़ियों को भी गुस्सा दिला दिया.
पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर और सौरव गांगुली ने रविवार को बेवजह वेसलीन विवाद को तूल देने के लिए माइकल वॉन की कड़ी आलोचना की. उन्होंने इंग्लैंड के पूर्व कप्तान की टिप्पणी को हास्यास्पद करार दिया. साथ ही गावस्कर ने वीवीएस लक्ष्मण को यह भी सुझाव दिया कि वह वॉन को अदालत में ले जाएं. इस पूरे प्रकरण में गांगुली के तेवर बहुत ही कड़े और ठीक उसी तरह के थे जैसे वह कभी कप्तानी के समय दिखाया करते थे.
मैदान की गर्मी कमेंट्री बॉक्स में
डीआरएस मुद्दे पर नासिर हुसैन और रवि शास्त्री भी कमेंट्री करते हुए उलझ गए थे. शास्त्री को लगा कि डीआरएस पर भारत के रवैए की आलोचना करने में नासिर ने सीमा लांघ दी जबकि इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने अपनी बात के समर्थन में कहा, मुझे अपनी बात रखने का पूरा अधिकार है और इसके लिए उन्हें आधिकारिक प्रसारक उन्हें पैसा देता है.
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